मेरी प्यारी किस्मत यकीन नहीं होता तो ये कदम नही बड़ता, लाखों की छोड़ नीचे,पहाड़ों पे नहीं चढ़ता, तुझसे ही गिला करता , मुस्किलों से नहीं लड़ता। ऐ मेरी प्यारी किस्मत ये नूर जरा सा है , नदियों में बहते बहते मैने खुदको तराशा है। #Kismat #गाonkiभाsha shishram kulhari