दोहे सेना सुमिरन न किया , दिया पाथर बरसाय । अब आई है बाढ़ जब , कह अश्वनी सेना होऊं सहाय ।।१।। निंदा जम कर कर लिया , किया न नेकी काम । बुरा वक़्त जब आ गया , तुम को करें प्रणाम !!२!! पं. अश्वनी कुमार मिश्रा मिश्रा के दोहे