इतराओ मत खूबसुरती पे इतना जो बागो में फुल खिलते हैं लाख खूब रोना पडता हैं उन्हे, जब माली कैची से लगाता हैं दिमाग ! सुप्रभात। इस दुनिया में जो कुछ है, उस को इक दिन मिट जाना। फिर कैसा इतराना। #इतराओमत #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #इतराओमत