दहलीज़ से बाबुल की जो निकलकर आयी, मानो जैसे ज़िस्म से रूह ही छोड़कर आयी ... बहुत आसान होता है कहना या सुनाना लेकिन , दौर मुश्किल भरा था जब खुद को ही भुला आयी ... ☺️ • Like • Comment • Share • ☺️ _______________________________ सहभागिता सबके लिए खुली है |#आपकी_सहेली शीर्षक : #दहलीज़ #विश्वास