सुनो तुम्हारी आंखे सब कुछ कहती है। मिलने पर बात कम बस होठ होठों पे रहने दिया करो। फोन पर तुम्हारे अब्सार नहीं दिखते मुझे। तो अपने जज़्बात शब्दों में बयां किया करो। तुम्हारे बालों की महक से फजा भी महक सकती है। तुम इत्र पर पैसे जाया ना किया करो। जब मैं कहूं तुम हमेशा मेरे साथ रहना। तुम धीरे से आमीन किया करो। जब फेकें जाएं हिज्र के पत्थर। ये वक्त भी गुजरेगा ये यकीन किया करो। #formylove अब्सार: आंखे फजा: हवा हिज्र: जुदाई