Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरे अल्फाज़ मेरे एहसास से विपरीत थे वो शायद अपने

मेरे अल्फाज़ मेरे एहसास से विपरीत थे 
वो शायद अपने आप मे ही एक गीत थे.. 

बह तो रहे थे वो पानी मे नाव के जैसे
पर वो भी नदी किनारे लगे पौधे की जड़ की तरह
 जटिल और संकीर्ण थे

@आखिरी पन्ना
©दीपक
मेरे अल्फाज़ मेरे एहसास से विपरीत थे 
वो शायद अपने आप मे ही एक गीत थे.. 

बह तो रहे थे वो पानी मे नाव के जैसे
पर वो भी नदी किनारे लगे पौधे की जड़ की तरह
 जटिल और संकीर्ण थे

@आखिरी पन्ना
©दीपक
deepak5834220145940

Deepak

New Creator