Nojoto: Largest Storytelling Platform

महफ़िल में रात भर मेरे बस ज़ख्मों का चर्चा होता रहा,

महफ़िल में रात भर मेरे बस ज़ख्मों का चर्चा होता रहा,
बस एक ख़्वाब की ख़ातिर रात भर खुली आँखों से सोता रहा।
एक कोशिश थी कि तू न आए ख़यालो में भी,
राख हुई उम्मीदें हर तऱफ मेरी अरमानों का धुआं होता रहा। The Writer Junction आप कवियों कवयित्रियों का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें।

#yqdidi #yqbaba #yqyourquoteandmine #thewriterjunction #एककोशिशकीथीtwj 

👉 आपकी रचना मौलिक होनी चाहिये।
👉 समय सीमा - 11 जून 2020 शाम 16:30 तक
👉 कृपया हमारे Hashtags बरकरार रखें। 
👉 कृपया Collab करने के पश्चात Comment में Done करें।
महफ़िल में रात भर मेरे बस ज़ख्मों का चर्चा होता रहा,
बस एक ख़्वाब की ख़ातिर रात भर खुली आँखों से सोता रहा।
एक कोशिश थी कि तू न आए ख़यालो में भी,
राख हुई उम्मीदें हर तऱफ मेरी अरमानों का धुआं होता रहा। The Writer Junction आप कवियों कवयित्रियों का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें।

#yqdidi #yqbaba #yqyourquoteandmine #thewriterjunction #एककोशिशकीथीtwj 

👉 आपकी रचना मौलिक होनी चाहिये।
👉 समय सीमा - 11 जून 2020 शाम 16:30 तक
👉 कृपया हमारे Hashtags बरकरार रखें। 
👉 कृपया Collab करने के पश्चात Comment में Done करें।