आशाओं की तुम उजली किरण बन के यहां आना मन के सूने आंगन में दीप तुम सजाना चाहे तो लौट के फिर दूर चले जाना पर आकाश में नई रोशनी लेकर आना सब अपने है जहां में न कोई बेगाना मगर तुम सा प्यारा कोई नहीं अफसाना हर तरफ उमंग की बयार तुम बहाना सादगी से अपनी झुका दो तुम ज़माना हर पुष्प को सुगंध सौंदर्य दे कर जाना हर शख्स को नई उम्मीद दे कर जाना सब जी रहे हैं फिर भी दे रहे उलाहना चाहते हैं इस जहां में सब तुझे आजमाना ।। ©NC #nojotohindi#hindiwriting#hindipoets#diarynotes#hindipoetry #WallPot