#OpenPoetry तुझसे ही वजूद मेरा तुझसे ही पहचान है ए देश मेरे तुझसे हूँ मै तू ही मेरा सम्मान है बलिदान का ये रंग केसरी सफेदी तेरी सरलता हमारा अभिमान है क्या कहना तेरी मिट्टी का हरियाली की खान है नीली चक्र में तुम्हें दर्शाए दिन-रात है देशों में ऐसा देश नहीं मेरे भारत तेरी क्या बात है। #मेरादेश