आदत है मेरी ख़ुद से प्यार करने की ईश्वर की कृति को नमस्कार करने की क्यूँ ख़ुद से बेपरवाह रहूँ क्यूँ ख़ुद को नकार दूँ उस सृष्टि के रचयिता को कैसे तिरस्कार दूँ -अजय नेमा #आदत #ईश्वर# सृष्टि#कविता#nojotoapp#nojotohindi