हम जैसे अठन्नी चवन्नी कमाने वाले भगवान को तो छोड़ो सामने वाले आदमी को कुछ नहीं समझते हैं। और एक यह हैं जिनकी कमाई मासिक नहीं, हर घन्टे गिनी जाती है, इनमें संस्कार, भक्ति भाव, और सामने वाले का सम्मान जैसे कूट कूट कर भरा हुआ है।
यह कहलाती है वास्तविक सम्पन्नता। मां सरस्वती और दुर्गा की अनुकम्पा भी पात्रता से मिलती है। धन्य हैं इनके माता-पिता 🙏 #समाज