कभी दोस्तों कि नफरत तो कभी अपने कि नफरत,, कभी दोस्तों कि नफरत तो कभी अपने कि नफरत, हर बार बुरा बनके नीचे मै ही गिरता हू। खुद को अच्छा बनाने के लिए अब हमे कितना गिराओगे, इतना तो गिर ही चूका हु अब क्या धरती की गोद में सुलाओगे #wafadari