उस रिश्तों को में भूलता गया, और सपने ऐसी ही टूट गए। निभाता हुवा वो रिश्ता किस पल में टूटा खबर भी नहीं लगी। वो याद आती गई, पल पल समय सताने लगी। उस पल का हमेशा करता रहा इंतजार, आखिर कब उसको मौत छूने लगी। मां अब तेरी याद तो अभी भी अति है, पर जब में अकेला हो गया तो तेरे आशिर्वाद का साया भी टूटने लगा।।🥺 ©TheCherish Scribe #pyaar #maa #एक_कदम_और #selflove