ना जाने कितनो को पराया किया होगा जब खुदा न तुम्हे मेरे लिए बानाया होगा इन सितारों की क्या बिसात जब चाँद के रहते मेरी चाँद के लिए वो आसमां भी रोया होगा ना समय की पाबन्दी लगी होगी ना कोई प्यास जगी होगी तुम मेरी अमानत हो उस रब को भी आस लगी होगी चाँद की शीतलता से तराशा होगा य़ा सूरज की किरनों से निखारा होगा जो भी हो पर वाकयी बहुत ही फुर्सत लम्हों में बानाया होगा #utooktoomuchtimetocometomylife