यार वादा करके मुकर गए फिर भी विश्वास न हुआ, नफरत भरी थी दिल में उनके जरा न आभास हुआ। तोड़ दिया दिल उन्होंने मेरा मुझे पता भी नहीं चला, वो ढहातें गए सितम पर सितम,मैं करता गया भला। मासूम से चहरें की ओट में छुपा रखे थे खूनी खंजर, सहम गया दिल देख कर नफरतों के भयावह मंजर। दिलों को तोड़ना है शौक उनके बाद में मालूम चला, छोड़कर नफरतों का शहर,मैं मुहब्बत के गांव चला। कुतर दिए उसी वक़्त दिल ए आजाद परिंदे के पंख, फड़फड़ा कर गिर गया तभी हकीकत की जमीं पर। JP lodhi 15/02/2021 ©J P Lodhi. #Darknight #poetryunplugged #nojotowriters #Nojotonews #Nojotofilms #Nojotohindi #Nojotoorigenal #Poetry