कुछ तो बस ख़्वाब देखते रहते है, कुछ बस मन ही मन प्यार के बीज़ बोते है वो तमन्ना रखतें है एक प्यार की! जिसके इंतज़ार में वो गुज़ार देते है एक उम्र लेकिन उन्हें क्या पता जीवन उनका होता है एक ऊसर मरुभूमि जैसा जहां बस नागफ़नी उग सकती है, कांटो के बीच कोई ग़ुलाब नही।।— % & #yqdidi #yqbaba #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #yourquotedidi #poetry #asetheticthoughts #आशुतोष_अंजान