आज झाँका मैंने उन नीली आँखों में, रहस्यों का समंदर था उन नशीली वादियों में कौन कह सकता था,वो किस दौर से गुज़र रहा था, बांटा जो करता था हिम्मत, वो खुद ही कितना उदास रहता था मख़मली चादर से उसे ख़ास लगाव ना था, जो प्यार का आँचल ओढ़ा दे, वो उसी का कायल हो जाता था बेबसी का आलम समझ पाते तुम भी उसकी आँखों में, टटोलने लगो उसके मन को तो वो बातों में ही उलझा देता था मग़रूर कह देते थे उसी के अपने उसे हर बार, पर देखा मैंने एक मासूम सा बच्चा, ज़िंदगी की मार से सहमा हुआ था #नशीली_आँखें #रहस्य #ज़िंदगी_की_मार #yqbaba #yqdidi