हो जाता था, बिन कहे ही इकरार हो जाता था। मोहब्बत का आलम यूं था कि, बिना मिले भी ऐतबार हो जाता था। वक़्त के साथ मोहब्बत भी बदल गई, इश्क के फसाने भी बदल गए। #december #aankohiaankhomeinpyar