सुबह हो ही जानी है, अंधेरों के बाद हंसकर, धुन बन ही जानी है, कर दो शंखनाद कसकर। चुनौती घुर्राया करती है, डरना तुम्हारे ऊपर है, उड़ान भरने की सोचो, पाओगे तुम्हारे भी पर हैं। समन्दर के शोर से ज्यादा, भारी ललकार होगी तेरी, खुद पर रख भरोसा, डूबी नैया भी पार होगी तेरी। चल उठ, दृढ़ रखके, समस्या का निदान कर, सबका हल है तू, बस हौंसलों से उड़ान भर। Subah ho hi jaani hai.... haunslo se udaan bhar #26april2k17 #yqbaba #YQdidi #NaPoWriMo #YQPoetry #उड़ान #हौसलों_की #हौंसला #शोर #आवाज #ललकार #do_not_give_up #fight_every_moment