हां, अभी बच्चे ही तो है, सोचा था, बच्चे करते हैं, दिवाली पर घर जाना, अपनों के साथ रहना, पुराने दोस्तों से मिलना, पर ये सब करने का मन तो, अभी भी करता हैं, भला किसे पसंद होगा, दिवाली पर अकेले रहना, खाने में मैगी खाना, आसमान को बिना रोशनी के देखना, मुझे शांति पसन्द है, पर दिवाली के दिन नहीं, ऐसी दिवाली कभी देखी ही नहीं, जहां, ना कोई मिलने को पास हो, ना बात करने को, सोचा था दूर जाने से दूरियां नहीं आती पर शायद, गलत था में, कहां मिलकर दिवाली मनाते थे, अब तो कॉल का भी इंतजार, खत्म नहीं होता, सब कितना याद आता है ना, कभी कभी सोचना सही लगता है, की, जो खो रहे हैं, क्या वो सही खो रहे हैं? या जो मिल रहा है, क्या वो काफ़ी है? हां, अभी बच्चे ही हैं, और ये हिसाब लगाना भी, मेरे बस का नहीं।। # शुभ दीवाली Happy Diwali ©Aditya Prakash Kamma #Diya #Diwali #Feeling #Missing #Home #alone #abroad #adityaprakashkamma