संग संग चलना अधूरा रह गया मोहब्बत में हो दीवाने तेरे संग संग चलने लगे मंजिल हमारी एक ही थी तो कदम से कदम मिलाने लगे धीरे धीरे कब फासले बढ़ गए मंजिल के साथ तुम भी बदल गए ऐसे तुमने कदम बढ़ाये छोड़ हमे पीछे तुम आगे निकल गए चाहते थे हम तुझे रोक ले जरा मगर दिल से निकली दुआ जा तू खुश रहे सदा अपनी मंजिल साथ तुम तो आगे निकल गए मोहब्बत के राह में ये दिल अकेला रह गया सोचा था साथ चलेंगे सदा मगर संग संग चलना अधूरा रह गया 27-12-2019 #संग संग चलना अधूरा रह गया