White सफ़र जिंदगी यूँ ही चलता रहे अजनबी अपने साथी बनते रहे अपने सभी सिर्फ स्वार्थ के रिश्तें हर राहों में सच्चे दोस्त मिलते रहे ©संजय जालिम " आज़मगढी" # दोस्त #