इंशा की हिमाकत तो देखिए ज़माने का ये ज़ुल्म देखिए, खुदा को सीखचों में और मां को तारीख में बांधता है। इंशा की हिमाकत तो देखिए ज़माने का ये ज़ुल्म देखिए, खुदा को सीखचों में और मां को तारीख में बांधता है।