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एक रात ही थी जिसे हम अपना कहा करते थे,पर जबसे तेरी

एक रात ही थी जिसे हम अपना कहा करते थे,पर जबसे तेरी नजरों के गिरफ्त में आई हूं,
उसपे भी बस तू छाया रहता है,
कभी याद बनकर तो कभी
ख्वाब बनकर!
#$akshi Thakur #suj@l
एक रात ही थी जिसे हम अपना कहा करते थे,पर जबसे तेरी नजरों के गिरफ्त में आई हूं,
उसपे भी बस तू छाया रहता है,
कभी याद बनकर तो कभी
ख्वाब बनकर!
#$akshi Thakur #suj@l