PART-1 *अब समझौता नही* हर सपना बिखर गया हर खुशी रूठ गई ख्वाहिशों का महल भी चूर चूर हो गया। समझौते के बाजार में हमेशा हमारी ही खुशीयो की बोली लगी। शायद खो दिया खुद को कहीँ अपनो का प्यार नही रिश्तों की डोर नही जाने क्यों अपने होकर भी अपने साथ नही। हमने तो गैरों से भी वो रिश्ता निभा लिया जो कभी दिल मे भी नही थे। फिर भी समझौते के बाज़ार में हमारी खुशियो की बोली लगी। मगर अब समझौता नही। #InspireThroughWriting #अबसमझौतानही #nojotohindi #nojoto #quotes #shortpoem #sushmathakur