लब्जो तक आते आते ठहर गयी, कुछ दबी दबी होंठों पर मुस्कान थी, दिल में उसके कुछ बात थी, क्योंकि चेहरे पर उसके जो नूर था, उससे लगता है मानो कुछ तो राज है, जो बात थी अधूरी कब पूरी होगी, न जाने वो कौनसा वक्त होगा, जब वो बात उसके जुंबा पर होगी, दिल धड़कता रहता जोरों से, न जाने वो कौनसी बात होगी। #pwardor#profoundwriters#long_live_pw#pwains #klamkaaradhuribatein ©Pinki Khandelwal #klamkaaradhuribatein #pwkalamkaar #profoundwriters #long_live_pw #Kalamkar #klamkaarnature