सवच्छता की लहर चलो मिलकर कुछ नया रचे , चलो मिलकर कुछ नया करे , जब सच्छता की लहर दौड़ेगी , धरती _आकाश झूम जाएगी , जब घर से होगा सफाई का काम , तब जीवन तेरा सबर जाएगा जिस देश को आज़ाद करवाए क्रांतिकारियों ने , उस देश को सच्च सच्छ बना कार्तवीर्य है !तेरा , जब सच्छ रहेगा जन अपना , तब सच्छ रहेगा जीवन अपना , तब सच्छ रहेगा तन _मन अपना | ...कवी सोनू सच्छता की लहर