सर्द दिसंबर सुन सखी_ #मैं_दिसंबर सी और #वो_जनवरी सा #रिश्ता काफी #नज़दीक का और #दूरी_साल_भर_की #महीने फिर वही होंगे सुना है #साल_बदलेगा #परिंदे फिर वही होंगे #शिकारी_जाल_बदलेगा वही #हाकिम वही #गुरबत वही #कातिल वही #गाजिब न जाने कितने #सालों में हमारा #हाल बदलेगा #सर्द दिसंबर #nojotoshayari#with#Badri😉