दोस्त ऐ दोस्त ना कर यू बहाने तू, मैं सब जानता हूँ तेरी हर खामोशी को बड़ी अच्छी तरह पहचानता हूँ तेरे आज मुझसे बाते छिपाना और लड़की से आँख लड़ाना सब जानता हूँ तेरे होंठों पे अलग ही मुस्कान, साथ मेरा नहीं पर अच्छा है मैं मानता हूं पर यू तो तू मुझे नहीं भूलता था, हां हम तो सिर्फ तेरे परवाने है ऐ दोस्त ना कर यू बहाने तू, मैं सब जानता हूँ ©Durgesh Kumar कुछ लोग दोस्ती भूल जाते हैं