हमारा मीडिया पागल हो चुका है पिछले हफ्ते चिल्ला रहा था ग़रीब मज़दूर घर जाना चाहते हैं सरकार कुछ क्यों नहीं कर रही ... ट्रेन और बसें चलने लगी ... अब चिल्ला रहे हैं बिना मज़दूरों के कारखाने कैसे चल पाएंगे उद्योग धन्धे चौपट हो जाएंगे .. बेचारे क्या करें इनका धंधा शोर मचाना ही है ... #media_suckss