Nojoto: Largest Storytelling Platform

Black क्षणिक सुख टपके आंसू छलकी बूंदे यूं मोती बन

Black क्षणिक सुख

टपके आंसू
छलकी बूंदे यूं मोती बन
वह तो वही जाने 
कैसे बिसरे थे 
उन्होंने वे दिन तुम्हारे बिन
आंसू तो लाज़मी थे
बहुत रोका लेकिन वे
तो वह ही रहे थे 
खुशी से चहक रहे थे 
कहां वह स्थाई थी
वह तो मिटने से पहले ही 
मिट कर आई थी
फिर भी 
दो शब्द कहे 
दो शब्द सुने
क्षणिक सुख बरसाया था
कहां वह उस प्रेम के आगे
 टिक पाया था 
वो यादगार लम्हा उस दिन आया था
किसी ने बुलाया नहीं
वह तो स्वयं हमसे मिलने आया था ।

©Bhanu Priya
  #Thinking क्षणिक सुख

टपके आंसू
छलकी बूंदे यूं मोती बन
वह तो वही जाने 
कैसे बिसरे थे 
उन्होंने वे दिन तुम्हारे बिन
आंसू तो लाज़मी थे
bhanupriya6111

Bhanu Priya

Silver Star
New Creator
streak icon28

#Thinking क्षणिक सुख टपके आंसू छलकी बूंदे यूं मोती बन वह तो वही जाने कैसे बिसरे थे उन्होंने वे दिन तुम्हारे बिन आंसू तो लाज़मी थे #Poetry

1,008 Views