अब वक़्त नहीं मिलता ये बहाना अच्छा है, दिल फुरसत के पलों में लगाना अच्छा है! समझ मैं भी रहा हूं तेरी ये मासूम हरकतें, लग गैरों के गले मुझे यूँ जलाना अच्छा है! सबब तेरी खामोशी का खूब समझते हैं हम, चुप रहकर रिश्तों को आजमाना अच्छा है! दूरियाँ साफ दिखने लगी हैं अब दरमियां, बातें इस कदर इश्क में छुपाना अच्छा है! कभी वजह ढूंढी जाती थी मुझे हँसाने की, आज यूँ बेवजह हमें रुलाना अच्छा है!! ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ #यूं_बेवजह_हमें_रुलाना_अच्छा_है... hindi poetry on life love poetry in hindi hindi poetry