पुनःयुगों से काबिज निर्मित थपेड ने चाक के भाल पर लिखा अफसाना,काँटों से होकर जाता पथ,मानव तक गुलज़ार साहब की त्रिवेणी विधा की तरह लिखने का एक प्रयास। #अंतर्राष्ट्रीय_बालिका_दिवस #लड़की #बालिकादिवस #yqdidi #madhuksang #YourQuoteAndMine Collaborating with Madhu Jhunjhunwala