(मेरे द्वारा रचित श्लोक स्रग्विणी छन्द में) 🙏 लेखका लेखिका: खेलका: खेलिका:, नायका नायिका: गायका गायिका: | पण्डिताश्शास्त्रिणो भ्राजितास्सन्ततम् , भूतले भाति तन्मे बिहारं प्रियम् || कवि:-(अभिषेक-चौधरी) अर्थात- जिस पावन स्थल में अनेकों प्रसिद्ध लेखक, लेखिका, खिलाड़ी, नायक, नायिका एवं अनेकों शास्त्रों को रचने वाले विद्वान शोभित हो रहे हैं वह मेरा बिहार इस धरातल पर नित्य ही सुशोभित हो रहा है | ©Abhishek Choudhary Sanskrit #World_Forest_Day