मानवता का कत्ल करके लोग ,रोज भगवान को मनाते हैं। घर के मां बाप को पूज सके ना,पत्थर को पूजने जाते हैं।अपनी खुदगर्जी के खातिर ,मां बाप को वृध्दाआश्रम पहुंचाते हैं। घर के भगवान को छोड़ लोग , चारों धाम घूमकर आते हैं।मानवता का कत्ल करके लोग , भगवान को रोज मानते हैं । मानवता का कत्ल