आंखे सब बयां करती है, जो भी हम दिल में छुपाकर रखतें है। देख न ले बेदर्द जमाना मेरे दर्द को, इसलिए हम नजरें झुका कर रखतें है। ©Ritu shrivastava #दर्द_भरा_दिल