अभी नीव रखी है तामीर बनना बाक़ी है। मोहब्बतों की नई ज़ागीर बनना बाक़ी है। 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 मिलके तुमसे दिल की तासीर बदल गई! तपिश ए इश्क़ का तड़प बनना बाक़ी है। 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 कभीतो मिलेगी पनाह तेरी बाहों में मुझे! तेरा इंतज़ार है मुलाक़ात बनना बाक़ी है। 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 घणी कोशिश कर मैंने ये बाग़ लगाया है। फूल खिले उनका ताबीर बनना बाक़ी है। 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 हुक़्म है धड़कनों का कि एक हो जाओ! 'पंछी' हुक़्म की तामील बनना बाक़ी है। 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 अभी नीव रखी है तामीर बनना बाक़ी है। मोहब्बतों की नई ज़ागीर बनना बाक़ी है। 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 मिलके तुमसे दिल की तासीर बदल गई! तपिश ए इश्क़ का तड़प बनना बाक़ी है। 💠💠💠💠💠💠💠💠💠💠 कभीतो मिलेगी पनाह तेरी बाहों में मुझे! तेरा इंतज़ार है मुलाक़ात बनना बाक़ी है।