Nojoto: Largest Storytelling Platform

अन्धों के राज में गूँगे का शोर गूँजता है, रोती-छटप

अन्धों के राज में गूँगे का शोर गूँजता है,
रोती-छटपटाती साज का नगाड़ा बजता है,
सर -माथ पर दुर्गुणों  का मुकुट सजता है,
चूस कर सबका रक्त एक दानव नाचता है।

लाशों के ढेर पर लगा हुआ है ऊँचा सिंहासन ,
बगैर शृंगार किए हुए  राक्षसों का है शासन,
इनके समक्ष क्या कंस,महिषासुर और दुश्शासन,
समय के इस नव दौर में क्रंदन करता जन-जन।

गहरे लाल रक्त से सने हुए लंबे-लंबे दाँत नहीं,
गौर करो नरमुंड सजी हुई माला पहनी नहीं। 

एक दूसरे को देखकर ही रक्त पात पहचान ,
यह कैसा विचित्र हैवान जाति से लगता इंसान, 
जकड़ गया स्वार्थ की जंजीरों में बेचकर ईमान,
हर जगह दिखता मृत इंसानियत का कब्रिस्तान। 

इनके खौफ़ से बंद हो रही हलक में  ही आवाज़ ,
अस्थि पिंजर के भीतर से लेता है दानव परवाज।
सड़ते-बदबूदार शवों पर मंडराते मायावी गिद्ध आज,
भूत-प्रेतों अब डराते नहीं, इंसानी राक्षस का हुआ आगाज। 

#pnpabhivyakti  #pnpabhivyakti6 
#pnphindi
#अनाम_ख़्याल #इंसानी_राक्षस
#भूत_प्रेत
#रात्रिख़्याल
अन्धों के राज में गूँगे का शोर गूँजता है,
रोती-छटपटाती साज का नगाड़ा बजता है,
सर -माथ पर दुर्गुणों  का मुकुट सजता है,
चूस कर सबका रक्त एक दानव नाचता है।

लाशों के ढेर पर लगा हुआ है ऊँचा सिंहासन ,
बगैर शृंगार किए हुए  राक्षसों का है शासन,
इनके समक्ष क्या कंस,महिषासुर और दुश्शासन,
समय के इस नव दौर में क्रंदन करता जन-जन।

गहरे लाल रक्त से सने हुए लंबे-लंबे दाँत नहीं,
गौर करो नरमुंड सजी हुई माला पहनी नहीं। 

एक दूसरे को देखकर ही रक्त पात पहचान ,
यह कैसा विचित्र हैवान जाति से लगता इंसान, 
जकड़ गया स्वार्थ की जंजीरों में बेचकर ईमान,
हर जगह दिखता मृत इंसानियत का कब्रिस्तान। 

इनके खौफ़ से बंद हो रही हलक में  ही आवाज़ ,
अस्थि पिंजर के भीतर से लेता है दानव परवाज।
सड़ते-बदबूदार शवों पर मंडराते मायावी गिद्ध आज,
भूत-प्रेतों अब डराते नहीं, इंसानी राक्षस का हुआ आगाज। 

#pnpabhivyakti  #pnpabhivyakti6 
#pnphindi
#अनाम_ख़्याल #इंसानी_राक्षस
#भूत_प्रेत
#रात्रिख़्याल