मेरी प्यारी किस्मत बेनाम सी उलझन है रिश्तो के बंधन है हर शय रुठी रुठी सी है शामों की पलकें बोझिल सी है जहन में छायी अय्यारी है मोहब्बत में एक तेरी जागी रातें ख्वाब बुनती है आंखों से नदियां बहती हैं ए मेरी प्यारी किस्मत! तू ही बता-– यह दीवानापन है कैसा...! #Kismat #Kismat #बेनाम#उलझन#रिश्ते #मोहब्बत#दीवानापन #nojotoapp#nojotohindipoem