मैं और आज अगर तुम पसंद ना करते तो अपना अंदाज अलग होता, नीरस दुनिया को देखने का अपना रंग अलग होता, तुम्हारी ही देन है कि खुद में झूठा विश्वास जग गया, ये माटी का बर्तन भी भूल कर सोने से चमक गया। मैं पहले लोगो के तानों पर जी भर के मुस्कुराया करता था, सुन के गालियां मैं फिर भी उनको ही हसाया करता था, पहले अहम का वो कीड़ा मुझसे दूर रहा करता था, किसी भी काम में मैं हूं नालायक यही दिखा करता था । तुमने बातों में बदसूरती को झूठा खूबसूरत बना दिया, शक्ल सूरत गेंडे वाली और तुमने इंसान का तमगा दे दिया, हाथी को भी बता दिया कि हिरण भी साथी बन सकती है, तुम्हारी झूठ के छोटे टुकड़े में मेरी सच की खामियां छुप सकती है। मैं तब भी वैसा ही बदसूरत था जैसा आज दिखा करता हूं, मैं तब से लेके अब तक में नाकाबिलियत महसूस ही करता हूं, मुझे देख के लोग आज भी वैसे ही पहले से डरते है, और अब तो जम के लोग बुराइयां करते है। मैं और आज #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqdidihindi #yqdidichallenge #yqbabaquotes #yqbabahindi