कदम जो तेरे बढ़ चले है, मजहबों के नाम पर वही तेरे गति का मै, एैसा एक लगाम हूँ बटा नही मजहब पे मै, ना मै आरती ना अज़ान हूँ मै तो एकता के सुत्र मे बंधा, मै भारत का राष्ट्रगान हूँ। मै रण भुमी का शंखनाद हर धर्म की पहचान हूँ। मै खुद का भाग्यविधाता, करता खुद के नियती का निर्माण हूँ हा मै आजाद हूँ , मै भारत का राष्ट्रगान हूँ। मै भारत का राष्ट्रगान हूँ। #nojoto #hindi #rastraprem#poetry #independenceday2020