उसके कंगन की खनकती हुई आवाज़… होने लगा है पिया संग इश्क़ का आगाज… एक नई कहानी जीवन की शुरू हो गई… प्रसंग चल पड़ा और शाम होने लगी… बारिश प्यार की मन को भिगोने लगी… जब निगाहें एक दूसरे में कहीं खो गई… खनकते रहे कंगन गुफ्तगू कर गए… ख़्वाब कुछ रंगीन आँखों में भर गए… वो उसे देखते-देखते ही सो गई… टूट गया कंगन खनक बिखरी रही… याद मायके की आँख नम कर गई… मुस्कान के दरम्यान वो थोड़ा रो गई… बेटी कितनी जल्दी विदा हो गई… बेटी कितनी जल्दी विदा हो गई… ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1039 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।