( लाचार मोहब्बत ) बेचारी मोहब्बत दर,दर की ठोकरें खाती रही,, इस बेसहारा को किसी दिल मे ठिकाना न मिला,, कोई इस यार के गम मे तो कोई उस यार के गम मे, खान zada हर किसी को शम्मा जैसा परवाना कहां मिला,, ©Khan zada Shayar #शायरी #नोजोटो #ब्रेकअप