बढ़ते कदम रुक से जाते हैं चलती हुई सासें थमने लगती हैं हौंसले की उड़ान जो भरी थी खुद में वो लड़खड़ाने लगती जब एक लड़की की हंसती खेलती ज़िंदगी हैवानियत की आग में है तपती... ©Meenu pant Tripathi Haldwani Nainital #kolkata #balatkar