चक्र तुम्हारा फख्र की चीज है, वक्त वही है,बख्त वही, कमबख्त दिल ने समझा कहां, वृत्ति, प्रवृत्ति, निवृत्ति, वृत्त ही, कालचक्र,वो भाग्यचक्र सब रीझ है। ©BANDHETIYA OFFICIAL #चक्र सब है।