प्रिय बारिश, अच्छा हुआ, तुम थम गई, नहीं तो जो उत्पात तुमने मचाया,उससे सभी के बुरे हाल हो गए थे। कहीं कहीं पर तो लोग ईश्वर से त्राहीमाम का गूँज कर रहे थे। तुमसे तो मीठी, हसीन, सुनहरी यादें जुडती है सबकी, फिर आजकल ये जो आतंक मचा रही हो उसका क्या कारण है। गर्मी से ऊबने के बाद लोग,बेसब्री से तुम्हारा इंतज़ार करते हैं, किसान अपने खलिहानों में तुम्हारी बाहें फैलाए स्वागत करते हैं, प्रेमी-प्रेमिका अपने प्रेम को यादगार पलों में बाँटने के लिए तुम्हारी राह तकते है। और फिर तुम आती हो सबको हर्षोल्लासित करती हो। पर जाते-जाते अपना विकराल रूप मत दिखाना। तुम प्रेम की प्रतीक हो प्रेम से ही जाना।। Hello Resties! ❤️ Rain is like a shower of memories, every drop seems like telling a story of its own with the rhyming pitter-patter. What do you hear when it rains? Do you feel like having a chai with it? Or, simply enjoy drenching in nature?😊 Collab on our #rzdearrain and dedicate your words to the tiny blessings!✨ #rzdearcharacters #yqrestzone #restzone #collabwithrestzone #yqbaba #rain #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone प्रिय बारिश,