नोट हम दो हजार हो गए सब तोड़ने को बेकरार हो गए.. छलने वाले हमें छलते ही रहे जो छल ना सके वो बीमार हो गए.. कुछ को सिखा दी हमने शेर की सवारी कुछ अपने भी तलबगार हो गए.. सफीना उलझा किया तूफानों से जब हौंसले मेरी पतवार हो गए.. नोट हम दो हजार हो गए! -KaushalAlmora #दोहज़ार #नोट #yqdidi #yqbaba #zindagi