आखिर चलो जाने का वक़्त आही गया,, जिसमे अनकहा सफर तय था जिंदगी का.. न जाने किस मंजिल पे चल रहे थे कदम, जिसमे ना था चेन इस दिल को, न थी खुशियाँ किसी की,, अब आखिर वो मंजर आ गया जहाँ अब खूद ही चल पडे.. जिंदगी केे उस आखरी सफ़र पर...! टूटे है सपने टूटे है रिश्ते टूट गया भरोसा टूट गए रास्ते टुटा है दिल टूट गयी उम्मीद अब..... छूट जायेगी वो आखरी सांस....