ना जाने कब से जद्दोजहद चल रही दिल और दिमाग में, चलो एक काम करते है क्यूं ना शुरू से शुरूआत करते हैं। कुछ लोगों के साथ अगर फिर से एक नई शुरुआत की जा सकती है तो उसमें बुरा क्या है। #शब्दअंताक्षरी जद्दोजहद दिल/दिमाग #366dayschallengesp day 128