एकमेव कर लो निज को, अब नहीं बनो तुम आत्महन्त । क्रीड़ायें क्षर की छोड़ चलो, अक्षर सम्मत हो कर अनंत ।। अन्तर में धारण करो सदा, चिति ऊर्जा का आह्वान करो । सुरति को समेटो मय लव से, एकाग्र हो प्रभु का ध्यान करो ।। #devotion #alokstates #lovequotes #lifequotes #infinitelove #godsgrace #yqdidi #yqbaba